अडानी समूह, भारत का एक प्रमुख और तेज़ी से बढ़ता हुआ औद्योगिक समूह है, जिसकी स्थापना 1988 में गौतम अडानी ने की थी। मुख्य रूप से वस्त्र और कृषि उत्पादों के व्यापार से शुरुआत करने वाले इस समूह ने आज अपनी पहचान एक विशाल और विविध व्यापारिक साम्राज्य के रूप में बनाई है।
मुख्य व्यापारिक क्षेत्र
अडानी समूह ऊर्जा, परिवहन, बंदरगाह प्रबंधन, खनन, प्राकृतिक गैस, रियल एस्टेट, रक्षा और एयरोस्पेस जैसे अनेक क्षेत्रों में कार्यरत है।
ऊर्जा क्षेत्र
अडानी समूह, भारत में ऊर्जा उत्पादन का एक बड़ा नाम है। यह समूह सौर, पवन और थर्मल ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी है। अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) विश्व की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियों में से एक है। समूह का लक्ष्य 2030 तक 45 GW नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन का है।
बंदरगाह और लॉजिस्टिक्स
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (APSEZ) भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह संचालक है। अडानी समूह के पास 12 बड़े बंदरगाह हैं, जिनमें मुंद्रा पोर्ट प्रमुख है। यह समूह भारत की लॉजिस्टिक्स प्रणाली को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
खनन और प्राकृतिक संसाधन
अडानी समूह खनन और कोयले की आपूर्ति में भी अग्रणी है। ऑस्ट्रेलिया में समूह की कारमाइकल कोल माइंस परियोजना एक बड़ी उपलब्धि है।
फूड और एग्री-लॉजिस्टिक्स
अडानी विल्मर (Fortune ब्रांड) खाद्य तेल, आटा, चावल और अन्य खाद्य उत्पादों का प्रमुख ब्रांड है। यह कंपनी भारतीय घरेलू बाजार में एक प्रमुख स्थान रखती है।
विमानन और रक्षा
अडानी समूह ने भारत के विमानन क्षेत्र में भी प्रवेश किया है और देश के कई हवाई अड्डों का प्रबंधन करता है। इसके अलावा, यह समूह रक्षा उपकरण और एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी में भी निवेश कर रहा है।
डिजिटल और डेटा सेंटर
अडानी डेटा सेंटर बिजनेस, भारत में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
वैश्विक उपस्थिति
अडानी समूह की पहचान न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर भी स्थापित है। यह समूह ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, बांग्लादेश और अन्य देशों में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है।
सामाजिक और पर्यावरणीय योगदान
अडानी फाउंडेशन, स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास और पर्यावरण संरक्षण में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है। समूह ने लाखों भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अनेक पहल की हैं।
उपलब्धियां और विवाद
हालांकि अडानी समूह ने अभूतपूर्व सफलता हासिल की है, लेकिन इसके कार्यों पर विवाद और आलोचना भी होती रही है। समूह पर कई बार पर्यावरणीय मानकों का उल्लंघन और कर्ज को लेकर सवाल उठाए गए हैं।
निष्कर्ष
अडानी समूह, भारत के औद्योगिक और आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। इसके विविध व्यवसाय न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रहे हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान को भी सुदृढ़ कर रहे हैं। गौतम अडानी की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता और उनकी रणनीतिक सोच ने इस समूह को एक वैश्विक व्यापारिक साम्राज्य
में परिवर्तित कर दिया है।